An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati
An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati
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त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।
धन निर्धन को देत सदाहीं । जो कोई जांचे वो फल पाहीं ॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
शंकर हो संकट के नाशन । मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन website हारी॥
अस्तुति चालीसा शिविही, सम्पूर्ण कीन कल्याण ॥
सहस कमल में हो रहे धारी । कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
O Superb Lord, consort of Parvati That you are most merciful . You mostly bless the very poor and pious devotees. Your wonderful kind is adorned with the moon on Your forehead and with your ears are earrings of snakes’ hood.